Generation Z, यानी 18 से 22 साल के युवाओं में शराब का सेवन तेजी से घट रहा है। एक हालिया अध्ययन के अनुसार, 2000 के दशक के मध्य से इस आयु वर्ग में शराब पीने की आदत में गिरावट आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे मुख्य कारण इस पीढ़ी की बढ़ती स्वास्थ्य जागरूकता और बदलती जीवनशैली की प्राथमिकताएं हैं।
स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता
इस नई पीढ़ी में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर काफी सतर्कता देखी जा रही है। सोशल मीडिया, फिटनेस ट्रेंड्स, और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहन देने वाले अभियानों का असर युवाओं की आदतों पर साफ दिखाई देता है। शराब के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ने से युवाओं ने इसे कम प्राथमिकता दी है।

सोशल मीडिया और डिजिटल लाइफस्टाइल का प्रभाव
आज की युवा पीढ़ी सोशल मीडिया पर अपनी छवि को लेकर अधिक सतर्क है। शराब के सेवन के साथ जुड़ी नकारात्मक तस्वीरें और अनुभव, जिन्हें पहले सामाजिक गतिविधियों का हिस्सा माना जाता था, अब कम आकर्षक लगते हैं। इसके बजाय, जनरेशन Z फिटनेस, योग, और मानसिक स्वास्थ्य जैसी गतिविधियों में अधिक रुचि ले रही है।
पर्यावरण और नैतिक मूल्यों की भूमिका
कई युवा अब पर्यावरण और नैतिक मूल्यों को भी प्राथमिकता दे रहे हैं। शराब बनाने की प्रक्रिया में संसाधनों की खपत और पर्यावरणीय प्रभाव के प्रति जागरूकता ने भी शराब से दूरी बनाने में भूमिका निभाई है।
बदलती सामाजिक प्राथमिकताएं
पारंपरिक पार्टी और क्लबिंग कल्चर की जगह अब कैफे, हाइकिंग, और अन्य रचनात्मक गतिविधियों ने ले ली है। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के कारण भी कई युवा शराब के सेवन से बच रहे हैं, क्योंकि यह तनाव और चिंता को बढ़ा सकता है।
क्या कहता है अध्ययन?
अमेरिका में किए गए इस अध्ययन के अनुसार, 18 से 22 साल के युवाओं में शराब का सेवन 2002 से लेकर 2022 तक लगभग 30% तक घटा है। यह प्रवृत्ति न केवल अमेरिका में बल्कि कई अन्य विकसित देशों में भी देखी जा रही है।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव सिर्फ एक ट्रेंड नहीं है, बल्कि एक स्थायी बदलाव का संकेत हो सकता है। जनरेशन Z का ध्यान अब दीर्घकालिक स्वास्थ्य, स्थिरता और व्यक्तिगत विकास पर है।
इस बदलते रवैये से न केवल शराब उद्योग बल्कि समाज पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वर्षों में यह प्रवृत्ति कैसे विकसित होती है।