Hindu Nav Varsh 2025 : हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत पर आधारित है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर से 57 वर्ष आगे है। यह चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होता है। हिन्दू धर्म में इस तिथि का अत्यधिक महत्व है, क्योंकि यह दिन ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि की रचना और भगवान राम के राज्याभिषेक का प्रतीक माना जाता है।
कब से शुरू होगा हिन्दू नववर्ष 2025?
हिन्दू पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 का नव संवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, 30 मार्च 2025, रविवार से शुरू होगा। इस दिन विक्रम संवत 2082 का शुभारंभ होगा।
2025 में कौन होगा राजा और मंत्री?
हिन्दू नववर्ष के राजा और मंत्री का निर्धारण तिथि के स्वामी ग्रह के आधार पर किया जाता है:
- राजा: 2025 में राजा सूर्य होंगे।
- मंत्री: 2025 के मंत्री भी सूर्य ही रहेंगे।
वैशाख माह का प्रारंभ
वैशाख मास का शुभारंभ 13 अप्रैल 2025, रविवार को होगा।
क्या है विक्रम संवत?
विक्रम संवत की स्थापना उज्जैन के महान सम्राट विक्रमादित्य ने की थी। इसमें खगोलशास्त्री वराहमिहिर का विशेष योगदान रहा। विक्रम संवत के अनुसार, वर्ष को 12 महीनों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक माह का नाम सूर्य और चंद्रमा की गति पर आधारित होता है, जिसमें चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ और फाल्गुन शामिल हैं।
हिन्दू नववर्ष का धार्मिक महत्व
यह दिन देवी शक्ति की पूजा, धर्म और संस्कृति के प्रति आस्था और नए संकल्पों का प्रतीक है। यह दिन युधिष्ठिर के राज्याभिषेक और देवी शक्ति की साधना के लिए भी जाना जाता है।
Hindu Nav Varsh 2025, 30 मार्च को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होगा। विक्रम संवत 2082 का यह वर्ष सूर्य के प्रभाव में रहेगा, जो ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है। नववर्ष के राजा और मंत्री दोनों सूर्य होंगे, जो इसे विशेष बनाते हैं।